लीची एक स्वादिष्ट फल है, लेकिन इसे खाने के बाद अगर उल्टी और पेट दर्द जैसी समस्याएं होने लगें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। लीची में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो एलर्जी, दिमागी बुखार और चमकी बुखार जैसी खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकते हैं। इसलिए लीची का सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए और किसी भी असामान्य लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए।
लाल-लाल रसीली लीची गर्मियों में बहुत पसंद की जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे सावधानी से न खाने पर यह जानलेवा भी हो सकती है। लीची में छिपे हुए कीड़े प्वाइजनिंग और एलर्जी का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, लीची में मौजूद कुछ तत्व दिमागी बुखार और अन्य गंभीर समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
लीची में जहरीला पदार्थ हो सकता है जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। लीची में कुछ तत्व होते हैं जो एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के लिए जिम्मेदार होते हैं। बिहार में चमकी बुखार या दिमागी बुखार का कारण भी लीची को माना गया था।
यह मस्तिष्क में सूजन पैदा करता है, जिससे बुखार, उल्टी, बेहोशी और दौरे जैसे लक्षण होते हैं। इसलिए, लीची का सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए और किसी भी असामान्य लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। खाली पेट लीची खाना खतरनाक हो सकता है। लीची में मौजूद मेथिलीन साइक्लोप्रोपाइल-ग्लाइसिन (MCPG) नामक केमिकल मस्तिष्क को प्रभावित करता है और पेट में एसिडिटी, ब्लोटिंग, बदहजमी के साथ फूड पॉयजिनिंग का कारण बन सकता है। इसलिए लीची का सेवन हमेशा खाने के बाद ही करना चाहिए।
लीची का सेवन अचानक से ब्लड शुगर को कम कर सकता है, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) का खतरा बढ़ जाता है। लीची में मौजूद साइक्लोप्रोपाइल-ग्लाइसिन केमिकल ब्लड शुगर को लो कर देता है, जिससे कमजोरी, चक्कर आना और बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
लीची में छिपे हुए माइक्रोब्स फूड प्वाइजिंग और एलर्जी का कारण होते हैं। ये पेट से जुड़ी गड़बड़ियों का कारण बन सकते हैं। शरीर पर लाल चक्कते और रैशेज आ सकते हैं।छोटे बच्चों को लीची ज्यादा ना खिलाएं]क्योंकि इन्हें बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। इंफेक्शन का कारण इनके पेट में अचानक तेज दर्द और शरीर पर लाल-लाल दाने उभर आते हैं। अगर खाली पेट इन्होंने इसे खाया तो खतरा और ज्यादा होगा।
लीची खाने से पहले सावधानिता बरतना जरूरी है। खाली पेट लीची न खाएं और हमेशा ताजी लीची को पसंद करें। इसे छीलने के बाद अच्छी तरह से देखें कि कोई कीड़ा या कालापन न हो। अगर खाने के बाद शरीर में कोई असामान्य लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह सुनिश्चित करेगा कि लीची का सेवन सुरक्षित तरीके से हो रहा है।