हल्द्वानी: कुख्यात लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के सक्रिय गुर्गों की दहशत अब हल्द्वानी में भी बढ़ने लगी है. बीते दिनों हल्द्वानी के सुरेश संस ज्वैलर्स को व्हाट्सअप पर एक व्यक्ति द्वारा स्वयं को लॉरेन्स विश्नोई गैंग के सदस्य एवं सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल होने की बात बताते हुए एक लाख रुपये की फिरोती मांगी थी फिरोती न देने पर गोली मार देने की धमकी दी गयी. जिस पर पुलिस ने हल्द्वानी कोतवाली में मुकदमा किया था. नैनीताल पुलिस ने आरोपित गिरफ्तार कर लिए हैं.
मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस की टीमें विश्नोई गैंग के गुर्गों को पकड़ने के लिए अलग – अलग राज्यों में लगाई गई थी. जिस व्हाट्सअप नम्बर से धमकी दी गयी थी उसका डेटा प्राप्त किया गया संदिग्ध मोबाइल नंबर के तार पंजाब एवं दिल्ली से जुड़े थे. जिस पर दिल्ली और पंजाब राज्य में अलग-अलग टीमें भेजी गयी. जिसमें से पंजाब टीम द्वारा उक्त मोबाइल नम्बर को तस्दीक किया गया तो वह नम्बर पंजाब की किसी महिला का होना पाया गया जिस कारण पुलिस टीम के सामने ‘अभियुक्त की तलाश की चुनौती बढ़ गयी इसके उपरान्त व्हाट्सअप कम्पनी से तत्काल विवरण प्राप्त किया गया तो व्हाट्सअप से प्राप्त विवरण के आधार पर मुकदमा वादी को धमकी भरे मैसेज देने वाला व्हट्सअप न० जिस फोन में चल रहा था वो फोन भी पंजाब में चल रहा था.
जिसका विवरण प्राप्त कर पुलिस टीम द्वारा पंजाब में उक्त नम्बर की तलाश की गयी तो वह नम्बर सोनू कुमार नाम के व्यक्ति का होना पाया गया. उक्त सोनू कुमार के बारे में पतारसी सुरागरसी की गयी तो उक्त सोनू कुमार नाम का व्यक्ति जो अपने को लारेन्स विश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य होना तथा अपने आप को सिद्धू मुसेवाला का हत्यारा अंकित सिरसा बताता था, जब पुलिस टीम द्वारा सोनू उपरोक्त के घर पर दबिश दी गयी तो पता चला कि सोनू को पंजाब पुलिस द्वारा 12 जुलाई को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 03 अवैध पिस्टल बरामद कर जेल भेजा जा चुका है.
सोनू उपरोक्त से की गयी पूछताछ पर पता चला कि इस मामले में उसके साथी देवेन्द्र जाटव उर्फ रॉकी निवासी दिल्ली व नागेन्द्र चौहान निवासी हल्द्वानी भी शामिल हैं. देवेन्द्र जाटव का जब सोनू कुमार निवासी पंजाब से सम्पर्क नहीं पा रहा था तो वो अपने प्लान को अंजाम देने के लिए और फिरौती की रकम वसूलने के लिए अपने साथी नागेन्द्र चौहान निवासी हल्द्वानी के पास आ रहा था जिनको 15 जुलाई 2024 की रात्रि में पुलिस टीम द्वारा टांडा जंगल के पास गिरफ्तार किया गया है एवं गिरफ्तारी के उपरान्त अभियुक्तगणों से घटना में प्रयुक्त किये गये मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं जिसमें घटना के पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध हैं.
साथ ही पूछताछ में स्पष्ट हुआ है कि हल्द्वानी निवासी नागेन्द्र चौहान फेसबुक पर लॉरेन्स विश्नोई नाम से बने पेज के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े थे और इनके द्वारा योजना के तहत नागेन्द्र के माध्यम से हल्द्वानी क्षेत्र से बड़े व्यापारी व ज्वैलर्स की रैकी करते हुए उनकी डिटेल प्राप्त की जा रही थी और नागेन्द्र चौहान द्वारा मुकदमा वादी अंकुर अग्रवाल के पटेल चौक स्थित दुकान की रैकी कर उसकी डिटेल व मोबाइल नम्बर अपने साथियों को उपलब्ध कराये गये थे. चूंकि उक्त प्रकरण लॉरेन्स विश्नोई गैंग से जुड़ा होने के कारण इस बात की सम्भावना को देखते हुए कि हल्द्वानी एवं आस-पास के कोई अन्य लोगों के तार उस गैंग के साथ जुड़े हो सकते हैं जिसके सम्बन्ध में भी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है.